गुजरात के हैं लाल, चमक सजे है भाल, भारती के ललना जी, सरदार प्यारें है। गुजरात के हैं लाल, चमक सजे है भाल, भारती के ललना जी, सरदार प्यारें है।
विश्व गुरू बने राष्ट्र अपना यह ध्यान ही मन में होगा। विश्व गुरू बने राष्ट्र अपना यह ध्यान ही मन में होगा।
खुल जाएंगी परतें छलावों से भरे इस प्यार की। खुल जाएंगी परतें छलावों से भरे इस प्यार की।
वीर-सूरमा कहलाएंगे, तिरंगा फहरायेंगे। वीर-सूरमा कहलाएंगे, तिरंगा फहरायेंगे।
समझ में ही नहीं आता सलीका आज का अदबी, समझ में ही नहीं आता सलीका आज का अदबी,
आज कल बीमार हम हैं हो गयेे लाचार हम हैं। आज कल बीमार हम हैं हो गयेे लाचार हम हैं।